योग गुरु स्वामी शिवानन्द का जीवन परिचय (जीवनी, जन्म, आयु,गुरु, पुरस्कार) ( Yog Guru Swami Shivanand Biography in Hindi, Birth, Age, Awards)
नमस्कार दोस्तों आज हम बात करे वाले पद्मश्री पुरुस्कार से पुरुस्कृत हुए १२६ वर्षीय स्वामी शिवानन्द जी के बारे में |
जब राष्ट्रपति भवन में उनके नाम का उद्घोष किया गया, और जब उन्होंने राष्ट्रपति भवन में प्रवेश किया तो पूरे भवन में उपस्थित लोग उनके सम्मान में आकर खड़े हो गए |
स्वामी शिवानन्द ने सबसे पहले उपस्थित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चरण छूकर उनका अभिवादन किया प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने भी उसके बदले में हाथ जोडकर उनका अभिवादन किया |
तद्पश्चात स्वमी शिवानन्द जी ने राष्ट्रपति का भी चरण छुकर अभिवादन किया तो राष्ट्रपति जी ने भी उनको नमन किया |
वे इतना साधारण जीवन जीते ही की वे इतना बड़ा सम्मान पाने के लिए जब वे आये तो वे वहाँ बिना चप्पल के नंगे पैर ही पुरस्कार लेने आये |अब सबके सामने सवाल होगा की उनकी विशेषता क्या है उनको किस भाग के लिए या फिर किस कार्य में अपना सहयोग देने के लिए इतना बड़ा सम्मान मिला है |आप सब को जन कर आश्चर्य होगा की उनकी आयु १२६ वर्ष की है .|और उनको ये पुरस्कार योग में दिए उनके सहयोग के लिए दिया गया है |
योग गुरु स्वामी शिवानन्द जीवन परिचय
जीवन परिचय बिंदु | जीवन परिचय |
पूरा नाम | स्वामी शिवानन्द |
जन्म तिथि | ८ अगस्त १८९६ |
आयु | १२६ वर्ष |
जन्म स्थान | हरिपुर, जिला सिलेट |
पेशा | योग गुरु |
गुरु नाम | ओंकारानंद गोस्वामी |
योग गुरु स्वामी शिवानन्द योग जी आरंभिक जीवन :-
स्वामी शिवानन्द का जन्म ८ अगस्त १८९६ में हुआ |
उनका जन्म स्थान सीलेट जिले के हरिपुर गाँव में है , ये जिला औरगाँव अब बांग्लादेश में आता है |
बहुत ही कम आयु में इन्होने अपने माता पिता और बहन को खो दिया था | फिर उनके रिश्तेदारों ने उनको पश्चिम बंगाल के नवदीप में शिक्षा ग्रहण करने के लिए स्वामी ओंकारनन्द गोस्वामी जी से शिक्षा लेने के लिए भेज दिया |
शिवानन्द जी ने तीनो सदियों को अपनी आँखों से देखा है उन्होंने १८ वि , 19 वि सदी देखी और अब वे २०२२ भी देख रहे है |
५० वर्ष की आयु में उन्होंने भारत को आजाद होते देखा |
अपने इस सफ़र में क्रांतिकारियों और स्वतंत्र संग्रामियों के संघर्ष को भी देखा . मतलब १२६ सालो से भारत में हो रहे परिवर्तन को देख रहे है .
योग गुरु स्वामी शिवानन्द योग जी की दिनचर्या :-
- शिवानन्द जी सबेरे 3 बजे उठ जाते है |
- सुबह उठकर योगासन करते है एवं श्रीमद भगवत गीता का पाठ भी करते है |
- बिना तेल मसाले से बना भोजन खाते है |
- चटाई पर सोते है |
- ब्रह्मचर्य का पालन करते है |
योग गुरुस्वामी शिवानन्द शिक्षा एवं जीवन:-
शिवानन्द जी ने गुरु ओंकारानंद गोस्वामी जी से शिक्षा ली थी उन्होंने ने ही उन्हें व्यावहारिक एवं अध्यात्म की शिक्षा दी थी |
स्वामी शिवानन्द जी ५० वर्षो सेपुरी में कुष्ठ प्रभावित लोगो की सेवा कर रहे है |
शिवानन्द जी का योग के प्रति जो विश्वास है उसने हर आयु के लोगो को प्रभावित किया है |
स्वामी जी ने योग , प्राणायाम एवं घरेलु उपचार द्वारा स्वस्थ रहने का जो मूलमंत्र दिया है उससे सभी प्रभावित है, इसमें उनका पूरे विश्व में सबसे अधिक आयु का होना योग के प्रति उनके विश्वास को और भी दृढ़ बनाता है|
स्वामी शिवानन्द योग पुरस्कार:-
- शिवानन्द जी को २१ जून २०१९ को बंगलूर में योग रत्न पुरुस्कार दिया गया है |
- २०१९ में ही रेस्पेक्ट एज़ इंटरनेशनल द्वारा वसुंधरा रत्ना पुरुस्कार दिया गया है |
- २०२२ में शिवानन्द जी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी के द्वारा पद्म श्री पुरुस्कार दिया गया है |
शिवानन्द जी ने केवल भारत में ही नहीं अपितु भारत के बाहर भी योग की मुहिम को सफल बनाए रखने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया |
इसी कारण भारत के बाहर लगभग ५० सालो से वे इंग्लॅण्ड , ग्रीस, फ्रांस , स्पेन , ऑस्ट्रिया , इटली , हंगरी , रूस , पोलैंड , आयरलेंड,नीदरलैंड, स्विट्जरलैंड , जर्मनी , बुल्गोरिया , यु. के., समेत ५० देशो में जा चुके है |
शिवानन्द जी ने कोरोना के टिकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए लोगो प्रभावित किया है |
दोस्तों आशा करते हैं आप को हमारा आज का ब्लॉग पसंद आया होगा |
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Frequently Asked Questions :-
१) योग गुरु स्वामी शिवानन्द की आयु ?
१२६ वर्ष
2) योग गुरु स्वामी शिवानन्द का जन्म कहाँ हुआ था ?
हरीपुर
3) योग गुरु स्वामी शिवानन्द की जन्म तिथि ?
८ अगस्त १८९६
4) योग गुरु स्वामी शिवानन्द के गुरु का नाम ?
ओंकारानंद गोस्वामी