कवि केदारनाथ सिंह जीवन परिचय, जन्म, जन्म स्थान , पेशा , राष्ट्रीयता, परिवार, पिता , माता ,शिक्षा , पुरस्कार, ( Kavi Kedarnath Singh Biography Hindi, Birth date, Birth place, profession, nationality ,family, father, mother, education, awards )
नमस्कार दोस्तों आज हम बात करने वाले है हिंदी के सुप्रसिद्ध कवि एवं साहित्यकार केदारनाथ सिंह के बारे में |
इन कविताकर के बारे में जो कहा उसे शायद शब्दों में बयाँ नहीं किया जा सकता जिसने अपने शब्दों के सुमन से ऐसी ऐसी कविताये लिखी जिसे हमारे लिए शब्दों में वर्णित करना मुश्किल हैं
इस कवि को अज्ञेय द्वारा सम्पादित तीसरा सप्तक कवि का ओहदा मिला है |
भारतीय ज्ञान पीठ के द्वारा उन्हें 2013 में 49वा ज्ञान पीठ पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया गया था |
इस पुरस्कार को पाने वाले वे 10 वे लेखक थे |
कवि केदारनाथ सिंह जीवन परिचय (Kavi Kedarnath Singh Biography Hindi)
जन्म | 7 जुलाई 1932 |
जन्म स्थान | चकियाँ गाँव बलिया जिला , उत्तर प्रदेश |
मृत्यु | 19 मार्च 2024 |
पेशा | हिंदी के प्रसिद्ध कवि |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
पुरुस्कार | 1-साहित्य अकादमी पुरस्कार (1989 ) 2- ज्ञान पीठ पुरस्कार (2013) 3-मैथली शरण गुप्त पुरस्कार 4 -कुमारन आशान पुरस्कार |
शिक्षा | ऍम ऐ (हिंदी ) पी. एच. डी. |
स्नातक | स्नातक की डिग्री उन्होंने उदय प्रताप कॉलेज , वाराणसी से पूरी की |
पत्नी | पत्नी का नाम ज्ञात नहीं |
संतान | 1 बेटा ,5 बेटियां |
पिता | डोमा सिंह |
माता | लाल झरी देवी |
केदारनाथ सिंह परिवार (kedarnath Singh family)
- केदारनाथ सिंह का जन्म 7 जुलाई 1932 में चकिया गाँव (उत्तर प्रदेश) के राजपूत परिवार में में हुआ था |
- इनके पिता का नाम डोमा सिंह था |
- इनकी माता का नाम लाल झरी देवी था |
- इनके 1 बेटा और 5 बेटियां हैं |
केदारनाथ सिंह शिक्षा (Kedarnath Singh Education)
- केदारनाथ जी ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से 1956 में हिन्दी में एम. ए . किया |
- केदारनाथ जी ने 1964 में पी .एच. डी. किया |
- केदारनाथ जी ने गोरखपुर विश्वविद्यालय में शिक्षक के रूप में कार्य किया |
- उसके उपरांत वे जे . एन . यु . में भी कुछ समय कार्य किया | बाद में वही पर वे भारतीय भाषा केंद्र में हिंदी भाषा विभाग के प्रमुख के रूप में कार्यान्वित रहे |
- केदारनाथ जी नई दिल्ली से प्रोफ़ेसर के रूप में सेवा निवृत्त हुए |
- केदारनाथ जी नई दिल्ली में रहते थे |
- केदारनाथ जी का 19 मार्च 2024 को दिल्ली में ही निधन हो गया |
केदारनाथ सिंह की काव्यात्मक शैली
- केदारनाथ सिंह की कविता की विशेषता थी वे बहुत ही सरल भाषा में अपनी भावनाओ को व्यक्त करते थे |
- वे जटिल से जटिल विषयों को भी सरल भाषा में अभिव्यक्त कर देते थे |
- उनकी कविताओं में से एक है एक बाघ है . ये एक लम्बी कविता है जिसका प्रमुख केंद्रीय पात्र एक बाघ है | 1980 में इस कविता को बहुत पसंद किया गया था |
केदारनाथ सिंह कविता संग्रह
- अभी बिलकुल अभी ,
- जमीन पाक रही है ,
- यहाँ से dekho ,
- अकाल में सारस ,
- बाघ ,
- टॉलस्टॉय और सायकिल |
केदारनाथ सिंह निबंध और कहानियां
- मेरे समय के शब्द
- कल्पना और छायावाद
- हिंदी कविता में बिम्ब विधान
- कब्रिस्तान में पंचायत
दोस्तों आज के ब्लॉग में हमने हिंदी के सुप्रसिद्ध कवि एवं साहित्यकार केदारनाथ सिंह के बारे में जाना | इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि और भी लोग इस सुप्रसिद्ध कवि एवं साहित्यकार के बारें में जान सके